लव शायरी : आज मुझे ये बताने की इजाजत दे दो
आज मुझे ये बताने की इजाजत दे दो,
आज मुझे ये शाम सजाने की इजाजत दे दो,
अपने इश्क़ में मुझे कैद करलो।
आज जान तुम पर लुटाने की इजाजत दे दो.
अजीब कहानी है इस मोहब्बत की भी,
जिसने कदर की उसे मिली नहीं,
और जिसे मिली उसने कभी कदर की नहीं।
बड़ी गहराई से चाहा है तुझे,
बड़ी दुआओं से पाया है तुझे,
तुझे भुलाने की सोचु भी तो कैसे,
किस्मत की लकीरो से चुराया है तुझे।
आदत सी लग गई है तुझे हर वक़्त सोचने की
अब इसे प्यार कहते हैं या पागलपन ये मुझे पता नहीं।
प्यार वो है जो जज्बात को समझे,
मोहब्बत वो है जो एहसास को समझे,
मिलते हैं जहाँ में बहुत अपना कहने वाले,
पर अपना वो है जो बिन कहे हर बात समझे।
मजबूरी के साथ कभी मुझे प्यार मत करना,
एहसान करके मुझे कभी खुशिया दान मत करना,
दिल करे तो सच्चा प्यार करना वरना,
झूठी अफवाओं से मुझे बदनाम ना करना।
मुझे पता नहीं है कि मोहब्बत क्या चीज है,
बस इतना पता है कि,
हजारों दिल तोड़ने पड़ते हैं एक यार की खातिर।
https://shayarilife.com/ye-batane-ki-ijajat-de-do