दर्द शायरी – वो दर्द ही क्या जो आँखों से बह जाए

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दर्द शायरी – वो दर्द ही क्या जो आँखों से बह जाए

हम तेरे साथ चलेंगे तू चले ना चले,
तेरा हर दर्द सहेंगे तू कहे या ना कहे,
हम चाहते है की तुम सदा खुश रहो,
हम चाहे रहे या ना रहे।

हर दुआ कबूल नहीं होती,
हर आरज़ू पूरी नहीं होती,
जिनके दिल में आप जैसे लोग रहते हैं,
उनके लिए धड़कन भी जरुरी नहीं होती।

अब यह तोहफे देखो मुझे देने नहीं आते
वह इसलिए कि लेने ही नहीं आते
खुद की पसंद से तो बस गुलाब दे सकता हूं
बाकी कुछ भी पूछ लो जवाब दे सकता हूं

बस एक छोटी सी हाँ कर दो,
हमारे नाम इस तरह सारा जहां कर दो,
वो मोहब्बतें जो तुम्हारे दिल में है,
उनको जुबान पर लाओ और बयान कर दो।

दिल यह मेरा तुमसे प्यार करना चाहता है,
अपनी मोहब्बत का इजहार करना चाहता है,
देखा है जबसे तुम्हें मैंने,
सिर्फ तुम्हारा ही दीदार करने को दिल चाहता है.

आंखों की गहराई को समझ नहीं सकते
होठों से हम कुछ कह नहीं सकते,
कैसे बयां करें हम आपको यह दिल ए हाल,
कि तुम ही हो जिसके बगेर हम रह नहीं सकते.

सिर्फ तुमसे ही प्यार करता हूं मैं,
जान अपनी तुम पर निसार करता हूं मैं,
तेरे बिना जी नहीं सकता एक पल,
इसलिए अपनी मोहब्बत का आज इजहार करता हूं.

मेरी धड़कन तुझसे है मेरी सांसे तुझसे है
तेरे लिए लड़ जाऊं दुनिया से मैं,
इतनी आशिकी तुझसे है

वो दर्द ही क्या जो आँखों से बह जाए,
वो खुशी ही क्या जो होठों पर रह जाए,
कभी तो समझो मेरी खामोशी को,
वो बात ही क्या जो लफ्ज आसानी से कह जाए।

तेरी पहली मुलाकात जिन्दगी में एक बहार लाई थी
हर आईने में तेरी तस्वीर मुझे नजर आई थी
लोग कहते हैं प्यार में नींद उड़ जाती है
हमने तो नींदों में ही प्यार की दुनिया बनाई थी।

गुलाब सी महकती रहे जिंदगी तुम्हारी,
यही शुभकामना है तुम्हारे लिए हमारी।
गम के बादल हटे हैं मिले मिले खुशियां तुम्हें,
इस वैलेंटाइन डे की यही शुभकामना है हमारी।

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