गांव में रोज आवारा घूमता था, कोई काम नहीं था, तो पिता ने एक दिन गुस्से में बोल दिया 😠 “निकल जा मेरे घर से और तब तक घर मत आना जब तक कामयाब न हो जाए।”
जवानी का जोश था 💪, बाप की बात का बहुत बुरा लगा और घर से निकल गया 🏃♂️। खूब मेहनत की रात दिन 🌙☀️ और 2 साल बाद कामयाब बनकर घर लौटा 🏆।
जैसे ही घर में घुसा तो मां दौड़ी आई 🤱 और गले लगकर रोने लगी 😭। अपनी कामयाबी की खुशी पापा को बताने के लिए उनके कमरे की ओर दौड़ा, लेकिन सारी खुशी दुख में बदल गई 💔 जब पापा की तस्वीर दीवार पर देखी 🖼️।
पापा अब इस दुनिया में नहीं थे… 😞
मां ने एक चिट्ठी मेरे हाथ में देते हुए कहा 📜 “ये तेरे पापा देकर गए और बोले थे कि जब बेटा घर आए तो उसे दे देना।”
बेटे ने चिट्ठी खोलकर देखी तो उसमें लिखा था ✉️:
“बेटा! हो सकता है मेरे मरने के बाद तुझे यह चिट्ठी मिले क्योंकि मुझे कैंसर है 🏥।”
“मैंने तुझे कठोर शब्दों में घर से जाने का बोल दिया क्योंकि मैं नहीं चाहता था कि मेरे मरने के बाद तुझे कोई दुख हो 😢।”
“अपनी मां का हमेशा ध्यान रखना ❤️।”
🙏 दोस्तों, ये सिर्फ एक कहानी है जो मैंने कहीं पढ़ी थी।
दोस्तों, इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि बाप भले ही कठोर हो, उनकी बात का कभी गुस्सा नहीं करना चाहिए।
क्योंकि एक मां केवल ये सोच सकती है कि उसके बेटे ने आज खाना खाया या नहीं 🍽️, लेकिन पूरी दुनिया में केवल एक बाप ही ऐसा इंसान होता है जो यह सोचता है कि पूरी उम्र उसके बेटे को रोटी मिलेगी या नहीं 🥖💖। 🙏✨